क्रिसमस का अनोखा त्यौहार Christmas Unique Festival

क्रिसमस का अनोखा त्यौहार Christmas Unique Festival


Chrismas क्रिसमस या बड़ा दिन ईसा मसीह (यीशु) के जन्म की खुशी में मनाया जाने वाला पर्व है।

क्रिसमस का अनोखा त्यौहार Christmas Unique Festival क्रिसमस का अनोखा त्यौहार Christmas Unique Festival (www.aasaanrasta.blogspot.com)


ईसा या यीशु मसीह या जीज़स क्राइस्ट, ईसाई धर्म के प्रवर्तक हैं। ईसाई लोग उन्हें परमपिता परमेश्वर का पुत्र और ईसाई त्रिएक परमेश्वर का तृतीय सदस्य मानते हैं। 
ईसा की जीवनी और उपदेश बाइबिल के नये नियम में दिये गये हैं। 
यह 25 दिसम्बर को पड़ता है और इस दिन लगभग संपूर्ण विश्व मे अवकाश रहता है। 

क्रिसमस से 12 दिन के उत्सव क्रिसमसटाइड की भी शुरुआत होती है। 

एन्नो डोमिनी काल प्रणाली के आधार पर यीशु का जन्म, 7 से 2 ई.पू. के बीच हुआ था। 

आधुनिक क्रिसमस की छुट्टियों मे एक दूसरे को उपहार देना, चर्च मे समारोह और विभिन्न सजावट करना शामिल है। 

इस सजावट के प्रदर्शन मे क्रिसमस का पेड़, रंग बिरंगी रोशनियाँ, बंडा, जन्म के झाँकी और हॉली आदि शामिल हैं।

क्रिसमस के दौरान उपहारों का आदान प्रदान, सजावट का सामन और छुट्टी के दौरान मौजमस्ती होती है।


क्रिसमस पर  सजावट
Christmas decoration - (www.aasaanrasta.blogspot.com)

ऑस्ट्रेलिया उत्तरी और दक्षिण अमेरिका और यूरोप का कुछ हिस्सा पारंपरिक रूप से सजाया जाता है

जिसमे घर के बहार की बत्तियों से सजावट स्लेड (बेपहियों की गाड़ी), 

बर्फ का इंसान और अन्य क्रिसमस के मूरत शामिल होते हैं नगर 
पालिका भी अक्सर सजावट करते हैं  
क्रिसमस के पताका स्ट्रीट लाइट से टंगा होता है और शहर के हर वर्ग में 

क्रिसमस के पोधे रखे जाते हैं 
पश्चिमी दुनिया में रंगीन कागजों पे धर्मनिरपेक्ष या धार्मिक क्रिसमस मोटिफ्स चप्पा हुआ कागज़ का रोल निर्मित करते हैं 
जिसमे लोग अपने उपहार लपेटेते हैं क्रिसमस गाँव का प्रदर्शन भी कई घरों में इस मौसम में एक परम्परा बन गया है। 
बाकी पारंपरिक सजावट में घंटी मोमबत्ती कैंडी केन्स]] बड़े मोजे पुष्पमालाएं और फ़रिश्ता शामिल होते हैं।
क्रिसमस की तयारी बारहवीं रात को उतारी जाती है जो 5 जनवरी की शाम का दिन होता हैं।
सांता क्लॉस
Santa Claus (www.aasaanrasta.blogspot.com)

सांता क्लॉज़ को क्रिसमस पर बच्चों के लिए तोहफे लाने के साथ जोड़ा जाता है। 
पश्चिमी देशों में परम्परा आज भी चली आ है उसके अनुसार संता खिलोने बाना कर बालक यीशु को देता है 
जो असल में सभी बच्चों के घर इसे पहुचाते हैं। बहुत से अभिभावक अपने बच्चे| को सांता क्लॉस की कहानी सुनते हैं और उपहार देनेवालों की कहानी सुनते हैं।

यदि आपको लेख पसन्द आया है तो कृपया इसे Like करें Share करें व comments करना ना भूलें।

 तलाक का सपना  Divorce Dream

तलाक का सपना Divorce Dream

Hello Friends !
तलाक "DIVORCE" एक ऐसा दुर्भाग्यपूर्ण सामाजिक रोग है जो व्यक्ति को ही नहीं, परिवार , समाज व संसार को खोखला कर रहा है। 

तलाक का सपना  Divorce Dream (www.aasaanrasta.blogspot.com)

 तलाक का सपना 

Divorce Dream

एक दिन मैं रात को देर से सोई ,
क्षण दो क्षण को स्वप्न `में खोई।

देखा मैंने उस स्वप्न दृश्य में ,
जो न हुआ यथार्थ में , वो हुआ स्वप्न में।

मेरी प्रिय मित्र और उनके श्री मान में ,
आपस में था प्यार ही प्यार।

जो लुटाते थे हर क्षण एक दूसरे पर ,
स्नेह - प्रेम की मनोहर बौछार।

आज तुच्छ  घरेलू मुद्दों पर ,
एक दूसरे को रहे थे धुतकार,
अपने - अपने अहंकार को दे रहे थे दुलार।

इस अहंकार ने दोनों के मध्य ,
खड़ी कर दी चीन की सी महान दीवार।

जब पहले हार मानने का दोनों ने त्याग दिया विचार ,
तब आधुनिक पंडित जी बोले तपाक से ,
इस झंझट से छुटकारा मिल सकता है तलाक से। 

जिसे अंग्रेजी में कहते हैं DIVORCE ( डाईवोर्स), 
कर देता हैं अलग दो दिलों को लगा कर फोर्स।

यह स्वप्न देख मैं नींद से जब जागी  ,
बिना विलम्ब मैं मित्र के पास भागी।

उसे जगाकर सारा स्वप्न कह सुनाया,
तभी मित्र ने अपने श्रीमान को बुलाया ,
दोनों ने मुझे इस प्रकार बताया। 

आज - कल के दम्पति दीवार ही बना लेते हैं , 
छोटे- छोटे मत - भेदों को जी का जंजाल बना लेते हैं। 

इस तरह दम्पति सरलता से तलाक को समाधान बना लेते हैं ,
आहिस्ता - आहिस्ता इस जख्म को घाव बना लेते हैं। 

जो दम्पति आपसी प्रेम, विश्वास एवं सहयोग से जीये जाते हैं ,
वे इस तलाक नामक दुःखदायी घाव से बच जाते हैं। 

जीवन होता हैं उनका इंद्रधनुष सा सतरंगी ,
जो बिखेर देता है हर तरफ खुशियाँ अनेक  बहुरंगी। 

अगर होता है प्यार आपस  में कभी कम ,
तो नष्ट हो जाता है हर एक खुशियों का चमन। 

अगर समाज का प्रत्येक दम्पति प्रेम से रहे ,
तो संसार में तलाकशुदाओं की भीड़ दिखाई न दे।    

अवश्य पढ़े -

 प्रकृति की ऐसी अनोखी सीख हरपल मिलेगी जीत

 उपवन लुटा माली टूटा बिखर गया संसार कैसा ये अत्याचार

 इंसान की सबसे बड़ी पहिचान

 अभिशाप नहीं बेटियाँ वरदान हैं बेटियाँ

सन्देश - "तलाक का सपना" कविता का उद्देश्य लोगों को Divorce जैसे सामाजिक रोग से बचाना है और अहंकारपूर्ण भावना को समाप्त कराना है। अक्सर युगल छोटी - छोटी बातों को लेकर आपसी मनमुटाव कर लेते है, जिसका समाधान सिर्फ तलाक को ही मानते हैं किन्तु उनका यह फैसला केवल उनके जीवन को ही नहीं बल्कि परिवार के प्रत्येक सदस्य को प्रभावित करता है उस फैसले का सबसे ज्यादा प्रभाव मासूम बच्चों व उनके जीवन पड़ता है। यह बच्चों के उज्जवल भविष्य को भी उजाड़ देता हैं इसलिए दम्पति को आपसी प्रेम व सहयोग से रहना चाहिए एवं अपने विचारों में परिवर्तन लाना चाहिए।  

जो बात साथ में है 
वो बात विश्वासघात में नहीं 

कृपया ये सन्देश सभी तक पहुँचने में सहयोग करें। 

Message - The purpose of the poem "Dream of Divorce" is to save people from social diseases such as Divorce and to eliminate egoistic sentiment. Often couples tend to mutual disputes about small things, whose solution only considers divorce, but their decision not only affects their lives, but also affects every member of the family. Their life makes them this also destroys the bright future of the children, so the couple should live in mutual love and cooperation and change their ideas. 

Whatever the matter is,

That thing is not in betrayal


Please help reach out to all of these messages.

यदि आपको यह कविता/Poem पसंद आई है तो Please Like करें Share करें व Comment करना न भूलें।
अभिशाप नहीं बेटियाँ  वरदान हैं बेटियाँ   Do Not Curse The Daughters The Daughters Are Boon

अभिशाप नहीं बेटियाँ वरदान हैं बेटियाँ Do Not Curse The Daughters The Daughters Are Boon

अभिशाप नहीं बेटियाँ  वरदान हैं बेटियाँ   Do Not Curse The Daughters The Daughters Are Boon


कविता  

 अभिशाप नहीं बेटियाँ  वरदान हैं बेटियाँ



अभिशाप नहीं बेटियाँ  वरदान हैं बेटियाँ
आज ही नहीं कल की भी शान हैं बेटियाँ। 

हर आँगन की मुस्कान हैं बेटियाँ 
घर का  ही नहीं संसार का सम्मान हैं बेटियाँ।

 माँ के जिगर का टुकडा हैं बेटियाँ
पापा की आन मान शान हैं बेटियाँ। 

परिवार को चलाए वो लाजवाब हैं बेटियाँ 
सबकी खुशी में मुस्कुराए नेक इंसान हैं बेटियाँ। 

बड़ो को सम्मान पहुंचाए वो एहसास हैं बेटियाँ 
छोटो को प्यार से भाए वो चमत्कार हैं बेटियाँ। 

गम के साथ मुस्कुराए ऐसी मुस्कान  हैं बेटियाँ 
सबको गले से लगाए ऐसी समझदार  हैं बेटियाँ।  

एक कुल की नहीं दो कुल की पहिचान हैं बेटियाँ 
देश की ही नहीं सम्पूर्ण संसार की जान हैं बेटियाँ।

ऐरोप्लेन को भी चलाए ऐसी महान हैं बेटियाँ 
अंतरिक्ष में घूम कर आए ऐसी शक्तिमान हैं बेटियाँ। 

अखाड़े में जीत के आए वो बलवान है बेटियाँ 
देश की सत्ता को चलाए वो अभिमान हैं बेटियाँ। 

हर रूप में ढल जाएं ऐसा वरदान हैं बेटियाँ 
दिल ही नहीं जान भी लुटाए वो बलिदान हैं बेटियाँ। 

अभिशाप नहीं बेटियाँ वरदान हैं बेटियाँ
 आज की ही नहीं कल की भी शान हैं बेटियाँ। 


सन्देश - इस कविता का उद्देश्य बेटियों को बचाना ,आगे बढ़ाना और बेटियों का उत्साह वर्धन करना है। आज बेटियाँ हर क्षेत्र में बड़ चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं और हमारे देश का नाम रोशन कर रही हैं किन्तु कुछ लोग आज भी बेटियों को अभिशाप समझते हैं, उन्हें आगे बढ़ने से रोकते हैं, उन लोगों को अपनी मानसिकता बदलनी चाहिए कि बेटियाँ अभिशाप नहीं ईश्वर का अनमोल वरदान हैं। और बेटियों के उत्कृष्ट गुणों एवं महान विचारों व कार्यों का सम्मान करना चाहिए। 

Today, daughters are taking part in every field and are celebrating the name of our country, but some people still consider daughters as a curse, they stop them from proceeding, those people should change their mindset that daughters are not curse The precious gift of God And respect the excellent qualities and great ideas and works of daughters.
We should teach daughters. Should move forward and excite the excitement



कविता पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें Click here to read the Poem 
उपवन लुटा माली टूटा बिखर गया संसार कैसा ये अत्याचार
इंसान की सबसे बड़ी पहिचान




आप इस कविता/Poem को  Like करें Share करें  comment करना  भूलें।

बुद्धिमान खरगोश और निर्दयी शेर की कहानी The story of the wise Rabbit and the ruthless Lion

बुद्धिमान खरगोश और निर्दयी शेर की कहानी The story of the wise Rabbit and the ruthless Lion

बुद्धिमान खरगोश और निर्दयी शेर की कहानी   The story of the wise Rabbit and the ruthless Lion


बुद्धिमान खरगोश और निर्दयी शेर की कहानी 

The story of the wise Rabbit and the ruthless Lion

एक जंगल में एक शेर रहता था। वह क्रूर और निर्दयी था। प्रतिदिन जब वह अपने भोजन के लिए शिकार पर निकलता तो रास्ते में वह अनेक मासूम जानवरों को मार देता था।
इस कारण जंगल में जानवरों की संख्या लगातार कम होती जा रही थी। इस बात से जंगल सभी जानवर परेशान थे।


इस समस्या के समाधान के लिए सभी जानवर एक जगह पर एकत्रित हुए। सभी जानवर शेर के रोज़ - रोज़  के अत्याचार को खत्म करना चाहते थे। 



इसलिए सभी जानवरों ने शेर से प्रार्थना की , "हे महाराज ! आप प्रतिदिन शिकार पर निकलते हैं तो अनेक जानवर मारे जाते हैं। आप सभी को एक दिन में नहीं खा सकते। हम रोज़ एक जानवर को आपके भोजन के लिए आपके पास भेज दिया करेंगे। जिसे खाकर आप आराम से अपनी गुफ़ा में रहेगें। आपको शिकार करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। "



शेर ने एक पल सोचा और दहाड़ते हुए बोला , "मैं तुम्हारी बात मान लेता हूँ , लेकिन मेरी शर्त है अगर किसी दिन मेरा शिकार मेरे भोजन के समय नहीं पहुंचा तो मैं एक साथ सभी जानवरों को मार दूँगा। "

सभी जानवर डरे हुए थे। वे शेर की बात मानकर अपने अपने घर वापस चले गये।


उस दिन से सभी जानवर जंगल में बिना डर के इधर -उधर घूमने लगे। अपने वादे के अनुसार प्रतिदिन एक जानवर शेर के भोजन के समय भेजा जाने लगा।



एक दिन एक ख़रगोश की बारी आ गई। खरगोश बहुत छोटा था लेकिन बुद्धिमान और चतुर था। उसने रास्ते में इस मुसीबत से छुटकारा पाने का उपाय सोचा।



वह शेर के पास जानबूझ कर बहुत देर से पहुँचा। जब वह शेर के पास पहुँचा तो शेर बहुत नाराज था। 

शेर गुस्से में बोला , "तुम इतनी देर से क्यों आए हो ?" 


खरगोश ने झुक कर  कहा, " हे महाराज ! कृपया करके मेरी बात सुन लीजिए। आपको पता चल जायेगा कि  इसमें मेरी कोई गलती नहीं है।"


खरगोश ने बताया , "जब मैं आपके पास आ रहा था तो एक शेर ने मुझे रास्ते में रोक लिया। वह अपने आपको इस जंगल का राजा बता रहा था। मैं बड़ी मुश्किल से जान बचा कर आपके पास आया हूँ।" 


यह सुनकर शेर बहुत क्रोधित हुआ।

शेर ने खरगोश से कहा , " तुम मुझे उस दुष्ट के पास जल्दी से ले चलो। पहले में उसे ही मारूंगा। "


खरगोश शेर को जंगल में एक पुराने कुएँ के पास ले गया। 

खरगोश ने कहा , "महाराज ! वह इसके अंदर  ही रहता है। "

खरगोश ने शेर को उसकी परछाई कुएँ में दिखा दी।


शेर ने अपनी परछाई को दूसरा शेर समझ लिया और उस पर क्रोध में दहाड़ा। अपनी ही आवाज की गूँज को सुनकर शेर ने सोचा कि दूसरा शेर कुएँ के अंदर से दहाड़ रहा है। वह कुएँ में उसके ऊपर मारने के लिए झपटा और वहीं डूबकर मर गया। उस दिन से सभी जंगल के जानवर सुख से रहने लगे। 


सन्देश - जिस प्रकार मुसीबत के समय खरगोश ने अपनी बुद्धि के बल पर शक्तिशाली शेर का नाश कर दिया और अपनी व जंगल के सभी जानवरों के प्राण बचा लिए। ऐसे ही हमें भी परेशानी के समय अपनी बुद्धि और चतुराई का प्रयोग करना चाहिए। बुद्धि के बल पर हम बड़ी से बड़ी समस्या का हल निकाल सकते हैं। बुद्धिबल बाहुबल से भी अधिक ताकतवर होता है।  जिसके पास बुद्धि है , उसी के पास बल है। 

संस्कृत में भी कहा गया है - 

बुद्धिर्यस्य बलं तस्य ।
जिसके पास बुद्धि है उसके पास बल है ।

ये कहानी अवश्य पढ़े -

१ मुर्ख बना विद्वान १ ने थामा तीर कमान

आपको Story  पसन्द आई हैं  तो कृपया इस Post को Like करें , Share करें , व Comment करना न भूलें। 



स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार The precious thoughts  of Swami Vivekananda

स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार The precious thoughts of Swami Vivekananda


स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार 

The precious thoughts of Swami Vivekananda

स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार The precious thoughts  of Swami Vivekananda

स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार The precious thoughts  of Swami Vivekananda


खड़े हो जाओ और सारी जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले लो। अपने को कमजोर समझना बंद कर दो। 

Stand up and take all responsibility on your shoulders. Stop feeling weak

5 अच्छे विचार महानता की ओर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें Click here to read 5 great ideas for 
greatness

9 मृदुल लाभप्रद विचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें Click here to read 9 Mildous Beneficent Thoughts

इन विचारों को Like करें Share करें  Comments करना ना भूलें।

7 अनोखी बातें जो सोचने पर मजबूर कर दें  7 Unique things that force you to think

7 अनोखी बातें जो सोचने पर मजबूर कर दें 7 Unique things that force you to think



सुख - दुःख के उत्तरदायी Asaan Rasta image

सुख - दुःख के उत्तरदायी आप स्वयं हो कोई अन्य नहीं  

इसलिए स्वयं को पहिचानो




ऊपर उठना चाहते हो Aasaan Rasta image

इस संसार में यदि ऊपर उठना चाहते हो तो 

गिरे हुए को उठाना सीखो




कठिन से कठिन कार्य कर सकते हो Aasaan Rasta


मैं कर सकता हूँ

मैं करूँगा


यदि आप ऐसा सोचते हो तो आप कठिन से कठिन कार्य कर सकते हो





समस्या का समाधान समस्या में Aasaan Rasta image


हर समस्या का समाधान समस्या में ही मिलता है

यदि तुम ढूंढते हो तो 



अपनी मंजिल आपके रास्ते Aasaan Rasta image


आप अपनी मंजिल पर सच्चे मन से पहुँचना चाहते हो 

तो

आपके रास्ते स्वयं ही बन जाते हैं




किसी भी कार्य को शुरू Aasaan rasta image


किसी भी कार्य को शुरू करने के बाद

बीच में नहीं छोड़ना चाहिए

क्योंकि यह आदत आपकी सबसे बड़ी कमजोरी बन 

जाती है




सफलता का असली महत्व Aasaan Rasta image


असफल व्यक्ति ही सफलता मिलने पर 

सफलता के असली महत्व को समझता है

5 नए अच्छे विचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें Click here to read 5 new good ideas

इन विचारों को Like करें Share करें  Comments करना ना भूलें। 

इंसान की सबसे बड़ी पहिचान

इंसान की सबसे बड़ी पहिचान

कविता - इंसान की सबसे बड़ी पहिचान मदर टेरेसा

           कविता - इंसान की सबसे बड़ी पहिचान

कविता

इंसान की सबसे बड़ी पहिचान


सभी के काम जो आए , उसे इंसान कहते है ,
सभी का दर्द अपनाए , उसे इंसान कहते है।

कहीं धनवान है कितने , कहीं इंसान निर्धन है ,
कहीं सुख है , कहीं दुःख है , इसी का नाम जीवन है।

धन वो मुसाफिर है , कभी आए , कभी जाए ,
जो धन पर न इतराए  , उसे इंसान कहते है

 सुख - दुःख वो समुन्दर है , जो कभी न रुक पाए
जो दुःख में न घबराए , उसे इंसान कहते है।

ये संसार एक उलझन है , कहीं धोखा , कहीं ठोकर है ,
जो गिर - गिर कर , संभल जाए , उसे इंसान कहते है।

अकेले खाकर तो स्वार्थी ही , जीया करते हैं ,
सभी को बाँट कर खाए , उसे इंसान कहते है।

पेट भरने को तो दुनियाँ में , पशु भी पेट भरते हैं ,
जो भूखा रहकर खिलाए , उसे इंसान कहते है।

कुछ लोग गरीबों के दुःखों में मुस्कुराते हैं ,
दुःख , सुख में बदल जाए , उसे इंसान कहते है।

अपनी खुशी में , जहाँ सदैव मुस्कुराता हैं ,
सभी की ख़ुशी में मुस्कुराए , उसे इंसान कहते है।

जो गलती रुलाती है , वो राहें भी दिखती है ,
गलती करके , संभल जाए , उसे इंसान कहते है।

अधर्म के साथ में चलना , लोग सीख जाते हैं  ,
धर्म के काम कर जाए , उसे इंसान कहते है।

सिखाने को जमाना हर दिन सिखाता है ,
जो इंसानियत सीखा जाए , उसे इंसान कहते है।

शिकायत करते लोगों से कभी नहीं थकते ,
शिकायत खुद से कर जाए , उसे इंसान कहते है।

गुनाह करके , बुरा तो लोग करते हैं ,
गुनाह कबूल जो कर ले , उसे इंसान कहते है।

सभी का साथ देना , हमेशा भूल जाते हैं ,
हाथ में हाथ मिल जाए , उसे इंसान कहते है।

देश के नाम पर धोखे , हजारों रोज होते हैं ,
देश के काम जो आए , उसे इंसान कहते है।

ज़माने के सताए लोग , सदा ठुकराए जाते हैं ,
ठुकराए को अपनाए , उसे इंसान कहते है।

सभी के काम जो आए , उसे इंसान कहते है ,
सभी का दर्द अपनाए , उसे इंसान कहते है।



सन्देश - इस कविता में इंसानियत क्या है ? किसमें है ? यह बताया है। इंसान वही है जो इंसान के काम आए। हर इंसान को दूसरों के प्रति सेवा , प्रेम व दया की भावना रखनी चाहिए। यह इंसानियत का सबसे पहला धर्म है। जो लोग भूखों को खिलाते हैं , बेघर को शरण देते हैं , बेबस व अपाहिज लोगों की सहायता करते हैं वे इंसानियत की मिसाल होते हैं।
जैसे - मदर टेरेसा ने तन , मन , धन से अपना सम्पूर्ण जीवन गरीबों और बेसहारों की सेवा में लगा दिया।


आप सभी से अनुरोध है जितना हो सके लोगों की मदद व सहायता करें और इस कविता के द्वारा हमारे इस संदेश को सभी लोगों तक पहुचाएं।


Message - Humor is in this verse? What's in it It's told. Human being is the person who comes to work. Every person should have a sense of service, love and compassion towards others. This is the first religion of humanity. Those who feed hunger, harbor homeless, help helpless and helpless people, they are examples of humanity.
For example, Mother Teresa spent her whole life with in the service of the poor and helpless people.


All of you are requested to help the people as much as possible, and forward this message to all the people through this poem.


आप इस कविता Poem को  Like करें Share करें  comment करना ना भूलें।