अभिशाप नहीं बेटियाँ वरदान हैं बेटियाँ
आज ही नहीं कल की भी शान हैं बेटियाँ।
हर आँगन की मुस्कान हैं बेटियाँ
घर का ही नहीं संसार का सम्मान हैं बेटियाँ।
माँ के जिगर का टुकडा हैं बेटियाँ
पापा की आन मान शान हैं बेटियाँ।
परिवार को चलाए वो लाजवाब हैं बेटियाँ
सबकी खुशी में मुस्कुराए नेक इंसान हैं बेटियाँ।
बड़ो को सम्मान पहुंचाए वो एहसास हैं बेटियाँ
छोटो को प्यार से भाए वो चमत्कार हैं बेटियाँ।
गम के साथ मुस्कुराए ऐसी मुस्कान हैं बेटियाँ
सबको गले से लगाए ऐसी समझदार हैं बेटियाँ।
एक कुल की नहीं दो कुल की पहिचान हैं बेटियाँ
देश की ही नहीं सम्पूर्ण संसार की जान हैं बेटियाँ।
ऐरोप्लेन को भी चलाए ऐसी महान हैं बेटियाँ
अंतरिक्ष में घूम कर आए ऐसी शक्तिमान हैं बेटियाँ। अखाड़े में जीत के आए वो बलवान है बेटियाँ
देश की सत्ता को चलाए वो अभिमान हैं बेटियाँ।
हर रूप में ढल जाएं ऐसा वरदान हैं बेटियाँ
दिल ही नहीं जान भी लुटाए वो बलिदान हैं बेटियाँ।
अभिशाप नहीं बेटियाँ वरदान हैं बेटियाँ
आज की ही नहीं कल की भी शान हैं बेटियाँ।
सन्देश - इस कविता का उद्देश्य बेटियों को बचाना ,आगे बढ़ाना और बेटियों का उत्साह वर्धन करना है। आज बेटियाँ हर क्षेत्र में बड़ चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं और हमारे देश का नाम रोशन कर रही हैं किन्तु कुछ लोग आज भी बेटियों को अभिशाप समझते हैं, उन्हें आगे बढ़ने से रोकते हैं, उन लोगों को अपनी मानसिकता बदलनी चाहिए कि बेटियाँ अभिशाप नहीं ईश्वर का अनमोल वरदान हैं। और बेटियों के उत्कृष्ट गुणों एवं महान विचारों व कार्यों का सम्मान करना चाहिए।
Today, daughters are taking part in every field and are celebrating the name of our country, but some people still consider daughters as a curse, they stop them from proceeding, those people should change their mindset that daughters are not curse The precious gift of God And respect the excellent qualities and great ideas and works of daughters.
We should teach daughters. Should move forward and excite the excitement
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