इंसान की सबसे बड़ी पहिचान

कविता - इंसान की सबसे बड़ी पहिचान मदर टेरेसा

           कविता - इंसान की सबसे बड़ी पहिचान

कविता

इंसान की सबसे बड़ी पहिचान


सभी के काम जो आए , उसे इंसान कहते है ,
सभी का दर्द अपनाए , उसे इंसान कहते है।

कहीं धनवान है कितने , कहीं इंसान निर्धन है ,
कहीं सुख है , कहीं दुःख है , इसी का नाम जीवन है।

धन वो मुसाफिर है , कभी आए , कभी जाए ,
जो धन पर न इतराए  , उसे इंसान कहते है

 सुख - दुःख वो समुन्दर है , जो कभी न रुक पाए
जो दुःख में न घबराए , उसे इंसान कहते है।

ये संसार एक उलझन है , कहीं धोखा , कहीं ठोकर है ,
जो गिर - गिर कर , संभल जाए , उसे इंसान कहते है।

अकेले खाकर तो स्वार्थी ही , जीया करते हैं ,
सभी को बाँट कर खाए , उसे इंसान कहते है।

पेट भरने को तो दुनियाँ में , पशु भी पेट भरते हैं ,
जो भूखा रहकर खिलाए , उसे इंसान कहते है।

कुछ लोग गरीबों के दुःखों में मुस्कुराते हैं ,
दुःख , सुख में बदल जाए , उसे इंसान कहते है।

अपनी खुशी में , जहाँ सदैव मुस्कुराता हैं ,
सभी की ख़ुशी में मुस्कुराए , उसे इंसान कहते है।

जो गलती रुलाती है , वो राहें भी दिखती है ,
गलती करके , संभल जाए , उसे इंसान कहते है।

अधर्म के साथ में चलना , लोग सीख जाते हैं  ,
धर्म के काम कर जाए , उसे इंसान कहते है।

सिखाने को जमाना हर दिन सिखाता है ,
जो इंसानियत सीखा जाए , उसे इंसान कहते है।

शिकायत करते लोगों से कभी नहीं थकते ,
शिकायत खुद से कर जाए , उसे इंसान कहते है।

गुनाह करके , बुरा तो लोग करते हैं ,
गुनाह कबूल जो कर ले , उसे इंसान कहते है।

सभी का साथ देना , हमेशा भूल जाते हैं ,
हाथ में हाथ मिल जाए , उसे इंसान कहते है।

देश के नाम पर धोखे , हजारों रोज होते हैं ,
देश के काम जो आए , उसे इंसान कहते है।

ज़माने के सताए लोग , सदा ठुकराए जाते हैं ,
ठुकराए को अपनाए , उसे इंसान कहते है।

सभी के काम जो आए , उसे इंसान कहते है ,
सभी का दर्द अपनाए , उसे इंसान कहते है।



सन्देश - इस कविता में इंसानियत क्या है ? किसमें है ? यह बताया है। इंसान वही है जो इंसान के काम आए। हर इंसान को दूसरों के प्रति सेवा , प्रेम व दया की भावना रखनी चाहिए। यह इंसानियत का सबसे पहला धर्म है। जो लोग भूखों को खिलाते हैं , बेघर को शरण देते हैं , बेबस व अपाहिज लोगों की सहायता करते हैं वे इंसानियत की मिसाल होते हैं।
जैसे - मदर टेरेसा ने तन , मन , धन से अपना सम्पूर्ण जीवन गरीबों और बेसहारों की सेवा में लगा दिया।


आप सभी से अनुरोध है जितना हो सके लोगों की मदद व सहायता करें और इस कविता के द्वारा हमारे इस संदेश को सभी लोगों तक पहुचाएं।


Message - Humor is in this verse? What's in it It's told. Human being is the person who comes to work. Every person should have a sense of service, love and compassion towards others. This is the first religion of humanity. Those who feed hunger, harbor homeless, help helpless and helpless people, they are examples of humanity.
For example, Mother Teresa spent her whole life with in the service of the poor and helpless people.


All of you are requested to help the people as much as possible, and forward this message to all the people through this poem.


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